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Showing posts from February, 2018

राजस्थान ज्ञान :100 तथ्य (भाग-1)

1. गुलाबी नगरी के रूप में प्रसिद्ध जयपुर राजस्थान राज्य की राजधानी है।2. जयपुर् इसके भव्य किलों, महलों और सुंदर झीलों के लिए प्रसिद्ध है, जो विश्वभर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।3. सिटी पैलेस महाराजा जयसिंह (द्वितीय) द्वारा बनवाया गया था और मुगल औऱ राजस्थानी स्थापत्य का एक संयोजन है।4. महराजा सवाई प्रताप सिंह ने हवामहल 1799 ईसा में बनवाया और वास्तुकार लाल चन्द उस्ता थे ।5. आमेर् दुर्ग में महलों, विशाल कक्षों, स्तंभदार दर्शक-दीर्घाओं,बगीचों और मंदिरों सहित कई भवन-समूह हैं।6. आमेर महल मुगल औऱ हिन्दू स्थापत्य का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।7. गवर्नमेण्ट सेन्ट्रल म्यूजियम 1876 में, जब प्रिंस ऑफ वेल्स ने भारत भ्रमण किया,सवाई रामसिंह द्वारा बनवाया गया था और 1886 में जनता के लिए खोला गया ।8. गवर्नमेण्ट सेन्ट्रल म्यूजियम में हाथीदांत कृतियों, वस्त्रों, आभूषणों, नक्काशीदार काष्ठ कृतियों, सूक्ष्म चित्रों संगमरमर प्रतिमाओं, शस्त्रों औऱ हथियारों का समृद्ध संग्रह है।9. सवाई जयसिंह (द्वितीय) ने अपनी सिसोदिया रानी के निवास के लिए ‘सिसोदिया रानी का बाग’ बनवाया।10. जलमहल, शाही बत्तख शिकार-गोष्ठियोंके लिए ...

राजस्थान की लोकदेवियाँ

1. करणीमाता मंदिर – देशनोक बीकानेर – बीकानेर राठौड़ शासकों की कुलदेवी, चारणीदेवी व चूहों की देवी के रूप में प्रसिद्ध, सफेद चूहे काला कहलाते हैं। जन्म का नाम रितू बाई विवाह – ...

राजस्थान के लोकदेवता

रामदेवजी उपनाम – रामसापीर, रूणेचा के धणी, बाबा रामदेवजन्म – उडूकासमीर (बाड़मेर), 1405 ई. भादवापिता – अजमाल जी तँवर (रूणेचा के ठाकुर)माता – मैणादेपत्नी – नेतलदेघोड़े का नाम – लीला इसीलिए इन्हें लाली रा असवार कहते हैं।गुरू – बालीनाथ या बालकनाथविशेषताएँ – भैरव नामक राक्षस को मारा तथा पोकरण कस्बे को बसाया, कामडि़या पंथ की स्थापना की, अछूत मेघवाल जाति की डालीबाई को बहिन माना, मुस्लिम रामसापीर की तरह पूजते हैं।नेजा – रामदेवजी के मन्दिर की पंचरंगी ध्वजा।जम्मा – रामदेवजी का जागरण।चैबीस बाणियाँ – रामदेवजी की रचना।रिखिया – रामदेवजी के मेघवाल भक्त।रूणेचा में रामदेवजी की समाधि पर प्रतिवर्ष भाद्र पद शुक्ला द्वितीया से एकादशी तक विशाल मेला भरता है। यह राजस्थान में साम्प्रदायिक सद्भाव का प्रतीक है। यहाँ कामड़ जाति की महिलाएँ तेरहताली का नृत्य करती है।रामदेवजी के प्रमुख मन्दिर – रामदेवरा – जैसलमेरबराडियाँ खुर्द – अजमेरसुरताखेड़ा – चित्तौड़गढछोटा रामदेवरा – गुजरात 2. पाबूजी - जन्म – कोलू (फलौरी, जोधपुर)पिता का नाम – धांधलजी राठौड़माता का नाम – कमलादेपत्नी – सुप्यारदेघोड़ी – केसर – कलमीपाबू प्रकाश की...

राजस्थान – भौगोलिक और आर्थिक परिप्रेक्ष्य

राजस्थान की चोहरी इसे एक पतंगाकार आकृति प्रदान करता है। राज्य २३ ० से ३० ० अक्षांश और ६९ ० से ७८ ० देशान्तर के बीच स्थित है। इसके उत्तर में पाकिस्तान, पंजाब और हरियाणा, दक्षि...

महान व्यक्तित्व-महाराणा प्रताप

राजपूतों की सर्वोच्चता एवं स्वतंत्रता के प्रति दृणसंक्लपवान वीर शासक एवं महान देशभक्त महाराणा प्रताप का नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से अंकित है। महाराणा प्रताप अ...
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सरकारी सेवा में पदस्थापित धीरज व्यास वर्षों से अध्यापन क्षेत्र में सक्रिय है। आप इंटरनेट पर हिंदी भाषा के प्रबल समर्थक होने के साथ साथ शिक्षा के महँगी होने के पुरजोर विरोधी है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को कम शुल्क में छात्रों तक पहुँचाना आपका ध्येय है।

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