राजस्थान की फसलें :-
Download And Install The App:-
Related Articles
- राजस्थान में सर्वाधिक टीट्रीकम गेंहू पैदा होता हैं।
- राजस्थान के पूर्वी एंवम दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्र में गेहूं का अधिक उत्पादन होता हैं।
- श्रीगंगानगर को धान का कटोरा कहा जाता हैं।
- बाजरा अफ्रीका का पौधा हैं।
- देशी बाजरा किस्मों से जोगिया रोग फैलाने वाली कवक की प्रजाति का पता लगाया गया था।
- बाजरा की किस्म MH 179 से विश्व में पहली बार सूखा रोग का पता लगाया गया।
- ज्वार को सोरगम एंवम गरीब की रोटी भी कहा जाता हैं।
- राजस्थान में ज्वार का क्षेत्रफल देश के ज्वार बोये गए कुल क्षेत्र का 10 % हैं।
- मक्का की हरी पतियों से साइलेज नामक चारा बनाया जाता हैं।
- मक्का उत्पादन की दृष्टि से राज्य का देश में चौथा स्थान हैं।
- सर्वाधिक बोया गया चावल क्षेत्र बांसवाड़ा में हैं।
- सर्वाधिक चावल का उत्पादन हनुमानगढ़ जिले में होता हैं।
- दलहन फसलों का हरी खाद के रूप में उपयोग होता हैं।
- चने को गेंहू और जौ के साथ बोने पर गोचनी एंवम बेझड़ कहा जाता हैं।
- राजस्थान को सरसों का प्रदेश भी कहा जाता हैं।
- राजस्थान को सरसों का प्रदेश भी कहा जाता हैं।
- जोजोबा का तेल मशीनों में लुब्रिकेशन हेतु काम में लिया जाता हैं।
- सोयाबीन में सर्वाधिक प्रोटीन होता हैं।
- लूणकरणसर मूंगफली के लिए " राजस्थान के राजकोट " के नाम से प्रसिद्ध हैं।
- कपास को ग्रामीण भाषा में बणिया कहा जाता हैं।
- राज्य में उगाई जाने वाली कपास के कुल क्षेत्रफल का लगभग 80 % श्रीगंगानगर एंवम हनुमानगढ़ जिलें में होता हैं।
- अफीम को काला सोना भी कहा जाता हैं।
- ईसबगोल को घोड़ाजीरा भी कहा जाता हैं।
- राज्य की लगभग 90 % खरीफ की फसलें बारानी क्षेत्रों में उगाई जाती हैं।
- जौ से शराब एंवम बियर बनाई जाती हैं।
क्र.सं.
|
फ़सल
|
किस्म
|
1.
| ||
2.
| ||
3.
| ||
4.
| ||
5.
| ||
6.
| ||
7.
| ||
8.
| ||
9.
|
Download And Install The App:-
Nice
ReplyDelete